हार्मोन उपचार की मदद से हुआ लिंग का आकार दोगुना

हाल ही में भारत में एक आदमी को साल का सबसे बड़ा दुष्प्रभाव झेलना पड़ा जब डॉक्टरों ने उसका हाइपोगोनैडिज्म का इलाज शुरू किया. नौ महीनों तक उसे हार्मोन्स के इंजेक्शन दिए गए, और जब उसका उपचार खत्म हुआ, तो उन्होंने पाया कि उसके लिंग की लंबाई में दोगुना वृद्धि हुई थी. आश्चर्यजनक रूप से उसका लिंग १.८५ इंच (ढीला) से ३.७ इंच (… ढीला) हो गया. यदि आपको पता नहीं था (यह पूरी तरह से संभव है, क्योंकि ज्यादातर लोग अपने खाली समय में कुछ ख़ास नहीं करते हैं वहीं कुछ पुरुष अपने लिंग, और उससे सम्बंधित चिकित्सा परिस्थितियों की विशाल श्रृंखला के बारे में जानने का प्रयास करते हैं कि वे उनके शरीर और / या उनके यौन जीवन को किसी भी समय पर कैसे प्रभावित कर सकते हैं), हाइपोगोनैडिज्म एक ऐसी स्थिति है जिसमें नर शरीर टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन बंद कर देता है. जैसी कि आप कल्पना कर ही सकते हैं कि इस स्थिति से पीड़ित पुरुषों को विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. हाइपोगोनैडिज्म से पीड़ित पुरुषों के बीच हॉट फ़्लैश, मांसपेशियों की कमजोरी, थकान, और अवसाद जैसे लक्षण आम होते हैं. विकार का एक और लक्षण? लिंग के आकार पर भी इसका असर पड़ सकता है. हाइपोगोनैडिज्म लिंग के विकास को भी प्रभावित करता है. अधिकांश वयस्क पीड़ितों में इस समस्या के पैदा होने के बाद उनका लिंग किसी छोटे बच्चे की तरह हो जाता है. यह आश्चर्य की बात नहीं है कि यह मात्र एक लक्षण लिंग का आकार , विशेष रूप से (लो सेक्स ड्राइव और लिंग का कड़ा होने की अक्षमता के साथ-साथ साइड इफेक्ट्स) ऐसा लक्षण है जिसके चलते आमतौर पर पुरुष डॉक्टरों से परामर्श करने के लिए दौड़ते हुए जाते हैं. इसमें कोई शर्म की बात भी नहीं है. मैं एक महिला हूँ और मैंने अवसाद का इलाज करवाने से हमेशा परहेज किया है, लेकिन जब मैं अपनी सेक्स ड्राइव में थोड़ी सी भी कमी महसूस करती हूँ तो मेरी चोक ले जाती है. वास्तव में हम यौन संबंध रखने वाले लोगों को कुछ चीजों को अन्य चीज़ों से प्राथमिकता देनी चाहिए.

हार्मोन उपचार की मदद से हुआ लिंग का आकार दोगुना

अगर किसी व्यक्ति का लिंग छोटा है और वह सोचता है कि डॉक्टर उसके लिंग को बड़ा करने का तरीका ढूंढ सकता है, तो इसमें क्या हर्ज़ है? अभी तक जो भी बताया गया है उसमे सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस उपचार के बारे में आयी रिपोर्टें लिंग के आकार पर तो बहुत ही बारीकी से ध्यान देती हैं, लेकिन वास्तव में यह पता लगाने की कोशिश नहीं करती हैं कि क्या वे अन्य लक्षण जिनके लिए इलाज किया गया था (प्यूबिक बालों की कमी, कड़ेपन की कमी इत्यादि) उनमे इसका क्या असर पड़ा. हाइपोगोनैडिज्म एक गंभीर स्थिति हो सकती है जिसमे लिंग का आकार आमतौर पर सबसे कम चिंता का विषय होता है. इस बात से बहुत कुछ पता चलता है कि पुरुषों को उनके लिंग का आकार कितना प्यारा होता है – जिसके लिए वे स्वयं के स्वास्थ्य को भी दांव पर लगा देते हैं. एक बड़े लिंग का क्या मतलब है अगर यह मौका पड़ने पर सही से खड़ा भी नहीं हो सकता है? मुझे लगता है कि यह तथ्य पुरुषों के लिए बहुत ही अच्छा है कि वे पुरुष जो अपने लिंग के आकार के बारे में असुरक्षित महसूस करते हैं, वे डॉक्टरों के ऑफिस में जाकर इस समस्या से निपटने के विकल्पों पर चर्चा कर रहे हैं – न कि देर रात दिखाए जाने वाले विज्ञापनों से खरीदे गए उपकरणों के माध्यम से घर पर ही कोशिश कर रहे हैं. इन सब चीज़ों को देखने के बाद बहुत ही बेकार लगता है कि हमने पुरुषों को कितना गलत सिखाया है जिसके चलते वे अपने मानसिक, शारीरिक, और भावनात्मक स्वास्थ्य की तुलना में लिंग के आकार को प्राथमिकता देने लगते हैं.

तथ्य जांच, क्या वास्तव में महिलाओं पर लिंग के आकार से अन्तर पड़ता है

यह आपको आश्चर्यचकित कर सकता है. हर दिन मैं अपने यौन जीवन में सुधारों को लाने के लिए चिंतित पुरुषों और महिलाओं को सलाह देती हूँ. दुखद सच्चाई यह है कि हम में से अधिकांश लोग मीडिया के इन विषयों पर इतना अधिक ध्यान देने के बावजूद भी लगभग अशिक्षित ही हैं. अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों में से एक पुरुष (और महिलाएं) अक्सर लिंग आकार के बारे में पूछते हैं . ज्यादातर पुरुष, अपने जीवन में किसी न किसी समय इस बारे में चिंतित रहते हैं कि क्या उनका “लिंग पर्याप्त बड़ा है”. कई महिलाएं इस बात को जानना चाहती हैं: क्या आकार मायने रखता है? क्या वास्तव में सेक्स में इससे कोई बेहतरी आती है? मेरे दोस्त डॉ डेविड बस और उनके सहयोगी डॉ सिंडी मेस्टन ने एक शानदार पुस्तक लिखी व्हाई वीमन हैव सेक्स (महिलायेंसेक्सक्योंकरतीहैं). इसमें वे लिंग के आकार और यौन संतुष्टि पर चर्चा करते हैं. उनके परिणाम आपको आश्चर्यचकित भी कर सकते हैं. सबसे पहले, लिंग से सम्बंधित कुछ तथ्य :

  • एक औसत लिंग जब खड़ा होता है तो ये ५ से ६ इंच तक का होता है.
  • ढीले लिंग की औसत लंबाई ३ से ४ इंच की होती है.
  • लोकप्रिय धारणा के विपरीत, लिंग की लंबाई का आपके शरीर की लम्बाई से कोई भी संबंध नहीं है.
  • तीन सौ ढीले लिंगों के अध्ययन में सबसे बड़ा ५.५ इंच लंबा था और आदमी की लम्बाई ५’७” की थी. सबसे छोटा सीधा लिंग २.२५ इंच लंबा था और आदमी की लम्बाई ५’१” थी.

क्या वास्तव में आकार महिलाओं के लिए मायने रखता है? जब लोग लिंग के आकार के बारे में बात करते हैं तो वे आमतौर पर लिंग की लंबाई का जिक्र कर रहे होते हैं. लेकिन एक अध्ययन के अनुसार, आपके संभावित साथी के चयन के लिए लिंग की चौड़ाई इसमें अधिक महत्वपूर्ण कारक होती है.” एडिनबर्ग के टेक्सस विश्वविद्यालय के मनोवैज्ञानिक रसेल एसेनमैन और उनके साथी शोधकर्ताओं ने ५० यौन रूप से सक्रिय विश्वविद्यालय की महिलाओं से पूछा कि लिंग की लंबाई या लिंग की मोटाई उनकी यौन संतुष्टि के लिए अधिक महत्वपूर्ण है. ५० महिलाओं में से आश्चर्यजनक रूप से ४५ ने कहा कि मोटाई अधिक महत्वपूर्ण है. केवल पांच ने कहा कि उन्हें लंबाई से बेहतर महसूस होता है, और उनमे से किसी ने भी नहीं कहा कि वे इस अंतर को नहीं महसूस करती हैं. मोटा लिंग बेहतर क्यों है? एक मोटा लिंग यौन संभोग के दौरान और योनि के बाहरी, सबसे संवेदनशील हिस्से में अधिक उत्तेजना पैदा कर सकता है साथ ही साथ इससे क्लिटोरल उत्तेजना भी तीव्र हो जाती है. अगर किसी महिला को यौन संभोग के दौरान गर्भाशय में लिंग के छूने से मज़ा आता है तो उस स्थिति में आकार मायने रख सकता है.

तथ्य जांच, क्या वास्तव में महिलाओं पर लिंग के आकार से अन्तर पड़ता है

ज्यादातर सेक्स से उत्तेजित महिलाओं के गर्भाशय तक पहुंचने के लिए लिंग का आकार ५ या ६ इंच का होना चाहिए. प्रसिद्ध सेक्स शोधकर्ता मास्टर्स और जॉनसन ने इस निष्कर्ष को निकाला है कि पुरुष के लिंग के आकार का महिला यौन संतुष्टि पर कोई वास्तविक शारीरिक प्रभाव नहीं हो सकता है. वे इस निष्कर्ष को उनके शारीरिक अध्ययनों के आधार पर बतलाते हैं, जिसमे दर्शाया गया है कि योनि, लिंग के आकार के अनुसार अपने आप को परिवर्तित कर लेती है. इस योनि आकार परिवर्तन के कारण, वे योनि के छेद को वास्तविक स्थान की बजाय संभावित स्थान के रूप में संदर्भित करते हैं. इस प्रकार, कई पुरुषों की चिंताओं के बावजूद मास्टर्स और जॉनसन ने यह निष्कर्ष निकाला कि किसी भी आकार का लिंग योनि में फिट होगा और महिलाओं को पर्याप्त यौन उत्तेजना भी प्राप्त हो जायेगी. मास्टर्स, जॉनसन और कोलोडनी पूरी तरह से लिंग के आकार को अप्रासंगिक नहीं मानते हैं, लेकिन वे सुझाव देते हैं कि महिलाओं की यौन संतुष्टि के मुद्दे में इसका बहुत ही मामूली महत्व है. हालांकि, जो वर्तमान डेटा लिंग की लंबाई बनाम मोटाई और उससे जुडी यौन संतुष्टि का आया है वो महिलाओं द्वारा खुद ही दी गयीं रिपोर्ट्स पर आधारित हैं, इसलिए वे इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सके.

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